प्रबन्धक
प्रबन्धक वह व्यक्ति है जो अपने अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा उनकी क्षमता अनुरूप कुशलतापूर्वक काम करवात है और निर्धारित उद्देश्यों की पूर्ति निर्धारित समय में करता है।
अच्छे प्रबन्धक के गुण -
1. तकनीकी ज्ञान।
2. कार्यक्षमता और कार्य कुशलता।
3. ईमानदारी।
4. एकत्रित करने की क्षमता।
5. व्यक्तित्व
6. सामान्य ज्ञान
7. गतिमान निर्णय लेने की क्षमना
8. नीति नियमन व तरीकों का ज्ञान
9. मानवीय दृष्टिकोण
10. निर्देश एवं प्रशिक्षण देने की क्षमता
11. अभिप्रेरण की क्षमता
12. अधीनस्थ लोगो मे विश्वास
13. संप्रेषण की कला कुशलता
प्रबन्धक के कर्तव्य-
1. संगठन को सही दिशा देना।
2. मानवीय सम्बन्धों को बढ़ाना।
3. संकटों बचना और उन्नति करना।
4. कार्य-क्षमता बनाये रखना और बढाना।
5. स्पर्धा मे टिके रहना और चुनौती को स्वीकारना।
6. नया परिवर्तन, नव निर्माण करना।
7. बुद्धिमत्ता कायम रखना।
8. प्रभावशाली नेतृत्व बनाये रखना।
9. नये तंत्र के साथ चलना।
10. बढती आकांक्षाओं को पूरा करना।
प्रबन्धक की कुशलताएं-
1. नेतृत्व कौशल
2. संगठनात्मक कौशल
3. नियंत्रण करने का कौशल
4. निर्णय लेने का कौशल
5. तकनीकि / मानवीय / परिकल्पना का कौशल
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